Thursday, July 17, 2008

गम और खुशी





flower trans 
गम और खुशी का अनुभव ही जिंदगानी का सफर करवाता है। जब दोनों ही हाल में, दिल को सम्हालना आ जाए, तब तो क्या कहने !!
--- लावण्या जी के ब्लॉग से।

ज्ञानदत्त पाण्डेय

1 comments:

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

dhanyavaad --