Sunday, May 23, 2010

खतरा


“जो दूर जाने का खतरा उठाते हैं वही जान पाते हैं कि कोई कितनी दूर तक जा सकता है”
~ टी एस एलियट निशान्त मिश्र के ब्लॉग से।

Friday, May 21, 2010

सर्वोत्कृष्ट



जिन्दगी में अगर तुम मोची बनो तो दुनियां के सर्वोत्कृष्ट मोची बनो! 
~ श्री जी.आर. गोपीनाथ को उनके पिताजी की सीख। फॉर्ब्स इण्डिया के मई अंक में उद्धृत।

नई जमीन की खोज


“यदि तुम सागरतट के ओझिल होने का खतरा नहीं उठा सकते तो नई जमीन की खोज करने के बारे में मत सोचो”
– आंद्रे गीदनिशान्त मिश्र के ब्लॉग से।

Wednesday, May 19, 2010

बच्चे


बच्चे वह बनते हैं, जो वे देखते हैं| वह नहीं जो आप कहते हैं।
~ रॉबिन शर्मा की ट्वीट।

Sunday, May 16, 2010

मित्र


मेरे आगे न चलो, मैं पछियाऊंगा नहीं!
मेरे पीछे आने की कोशिश न करो, मैं नेतृत्व नहीं करूंगा!
मेरे साथ चलो और बनो मेरे मित्र!

~ अल्वेयर कामू, चौपटस्वामी के ब्लॉग से।

Saturday, May 15, 2010

सफलता के मैनुअल


सफलता के सभी मैन्युअल्स नष्ट कर डालो। सफल होने के लिये तुम्हें मौलिक होना होगा।
~ पॉल कोह्येलो की ट्वीट

Sunday, May 9, 2010

क्षमता का टेस्ट


खेलो, अपनी क्षमता से ज्यादा
हार जाओगे तो खेल सीख जाओगे।
~ विंस्टन चर्चिल; जैसा पंकज उपाध्याय ने टिप्पणी में संदर्भ दिया।


Friday, May 7, 2010

लोगों को सुनना


मल्टीनेशनल कम्पनियां और भारत के ग्रामीण परिदृष्य पर व्हार्टन नॉलेज के लेख में है कि असली चीज है लोगों को सुनना। पर कितने लोग हैं जो दूसरों की सुनते हैं? सब को कहते ही तो देखा है!
~ लेख पढ़ते मेरी प्रतिक्रिया

Sunday, May 2, 2010

दोहराव


पहला आदमी, जिसने नवयौवना के गालों की तुलना गुलाब से की, जरूर कवि था। पहला जिसने यह दोहराया, शायद मूर्ख था!
~ साल्वाडोर डॉली, पॉल कोहेलो के ब्लॉग से।

Saturday, May 1, 2010

दौड़


गरीब सोचते हैं, अमीर हो जायें। अमीर सोचते हैं, ज्ञानी हो जायें। भोगी सोचते हैं, त्यागी हो जायें। अविवाहित सोचते हैं, विवाहित हो जायें। विवाहित सोचते हैं, मर जायें, कैसे मर जायें, कब मर जायें। जो नहीं है, उसकी तरफ दौड़ बनी रहती है।
~ आचार्य रजनीश।