पीड़ा और पीड़ा की अनुभूति (pain and suffering) तो बुद्धिमान और गहन संवेदना वाले व्यक्ति को होना अवश्यंभावी है। एक वास्तव में महान आदमी को तो इस धरती पर गहन विषाद होगा ही।
~ फ्योदोर दॉस्तोयेवस्की।
यक्ष – इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है? युधिष्ठिर – रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं फिर भी सभी को अनंतकाल तक जीते रहने की इच्छा होती है. इससे बड़ा आश्चर्य और क्या हो सकता है?
लोग अपने काम में प्रसन्न रहें, उसके लिये ये तीन चीजें चाहियें: वे काम करने के लिये स्वस्थ हों। वे काम करने में अपने को ज्यादा न तानें। और उन्हें काम में सफलता का भाव मिले।
~ जॉन रस्किन।