Monday, July 14, 2008

श्रद्धा




flower trans
श्रद्धा जब पैदा होती है, तब मार्ग की सभी बाधाओं को निर्मूल कर देती है। फलत: चित्त मुक्त, आनंदित और निर्मल हो जाता है। इस लिये "चित्त में आनन्द पैदा कर देना" - यही श्रद्धा की पहचान है। 
--- देवमित्र धर्मपाल, प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु।

ज्ञानदत्त पाण्डेय

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