Sunday, July 6, 2008

उसूल




flower trans 
आंधियां जब दे रही हों दस्तकें
तब दिये की लौ बचाना सीखिए

ताक पर धर के उसूलों को कभी
नाम अपना मत कमाना सीखिए
---- नीरज जी के ब्लॉग पर एक गज़ल से।

ज्ञानदत्त पाण्डेय

1 comments:

राज भाटिय़ा said...

ताक पर धर के उसूलों को कभी
नाम अपना मत कमाना सीखिए
शायद यह शेर नेताओ के लिये होगा, भाई आज तक तो हम उसूलो के लिये ही लडते आये हे, ओर यही सिखाया हे बच्चो को भी