Sunday, June 22, 2008

जिन्दगी की जीत में यकीन



flower trans
तु जिन्दा है तो जिन्दगी की जीत में यकीन कर।
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला जमीन पर।
--- शैलेन्द्र, फिल्मी गीतकार।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

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