मृत्युशैया पर हमारे जीवन की सबसे बड़ी हताशा यह होती है कि हमने अपने जीवन पर पर्याप्त मनन नहीं किया।
Thursday, August 7, 2008
मनन
मृत्युशैया पर हमारे जीवन की सबसे बड़ी हताशा यह होती है कि हमने अपने जीवन पर पर्याप्त मनन नहीं किया।
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