Friday, April 23, 2010

महानता का माप


महानता के प्रकार को दो तरह से मापा जा सकता है। सबसे लोकप्रिय तरीका है व्यक्ति के सफल होने की सम्भावना आंकने में - तब जब बाकी सब असफल हो रहे हों। पर उससे कमतर नहीं है, और शायद सभी महानताओं का मूल उसमें है, कि असफलता के बावजूद पुन: प्रारम्भ करना, जब सफलता दूर दूर तक नजर न आ रही हो!
~ गाइ फिन्ले; जैसा टिप्पणी में निशान्त मिश्र ने उधृत किया।

1 comments:

निशांत मिश्र - Nishant Mishra said...

उत्तम अनुवाद, ज्ञान जी.
एक दिन मैंने सोचा कि मैं सूक्तियों पर आधारित एक ब्लौग बनाऊं. book-of-sayings के नाम से रजिस्टर्ड भी कर लिया... फिर लगा, क्या ज़रुरत है... आपका ब्लौग है न.