दिन के अंत में, यह मत भूलो कि तुम एक व्यक्ति हो, मां हो, पत्नी हो, बेटी हो। दिन का काम खत्म होते पर फेमिली, फ्रेण्ड्स और फेथ (परिवार, मित्र और धर्म) ही बचता है।
Sunday, December 7, 2008
फेमिली, फ्रेण्ड्स और फेथ
दिन के अंत में, यह मत भूलो कि तुम एक व्यक्ति हो, मां हो, पत्नी हो, बेटी हो। दिन का काम खत्म होते पर फेमिली, फ्रेण्ड्स और फेथ (परिवार, मित्र और धर्म) ही बचता है।
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Posted by Gyan Dutt Pandey at 7:50 PM
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