पॉल ब्रण्टन: क्या आप मानते हैं कि आदमी अपना पुराना काम (जीविकार्थ) करते हुये भी आत्मज्ञान (enlightenment) प्राप्त कर सकता है?
Monday, October 12, 2009
साधना
पॉल ब्रण्टन: क्या आप मानते हैं कि आदमी अपना पुराना काम (जीविकार्थ) करते हुये भी आत्मज्ञान (enlightenment) प्राप्त कर सकता है?
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1 comments:
कबीर दासजी का उदाहरण यहाँ लागू होगा.
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