Saturday, January 10, 2009

सार्थक परिवर्तन


flower trans
सारा सार्थक परिवर्तन पहले कल्पना में होता है।  फिर वह मूर्त रूप ग्रहण करता है। कल्पनाशीलता ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
--- अलबर्ट आइंस्टीन।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

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