Sunday, December 27, 2009
दुनिया में काम करने के लिए आदमी को अपने ही भीतर मरना पड़ता है. आदमी इस दुनिया में सिर्फ़ ख़ुश होने नहीं आया है. वह ऐसे ही ईमानदार बनने को भी नहीं आया है. वह पूरी मानवता के लिए महान चीज़ें बनाने के लिए आया है. वह उदारता प्राप्त करने को आया है. वह उस बेहूदगी को पार करने आया है जिस में ज़्यादातर लोगों का अस्तित्व घिसटता रहता है.
~ विन्सेन्ट वान गॉग की जीवनी 'लस्ट फ़ॉर लाइफ़' से। कबाड़खाना में उधृत ।
Thursday, December 17, 2009
अनासक्त रस भोगी
मही नहीं जीवित है मिट्टी से डरने वालों से
ये जीवित है इसे फूंक सोना करने वालों से
ज्वलित देख पंचाग्नि जगत से निकल भागता योगी
धूनी बना कर उसे तापता अनासक्त रस भोगी।
~ दिनकर जी की कविता।
Sunday, December 13, 2009
बदलाव
आप साल दर साल वही व्यक्ति बने रहेंगे; सिवाय इसके कि आप किन लोगों से मिलते हैं, कौन सी पुस्तकें पढ़ते हैं और कैसी ब्लॉग पोस्टें नियमित लिखते हैं!
Tuesday, November 24, 2009
अपनी परेशानियों की चर्चा
दूसरों से अपनी परेशानियों व समस्याओं की चर्चा उनकी सहानुभूति तथा सहयोग पाने के लिये न करें. एक रिटयर्ड अमेरिकन एडमिरल की सीख पर ध्यान दें - जिनसे आप अपनी तकलीफों की चर्चा करते हैं, उनमें से आधों को कोई फ़िक्र नहीं कि आप पर क्या गुजरती है. शेष आधे लोग उससे बहुत प्रसन्न होते हैं.
~ माधव पण्डित की सीख का उल्लेख, मानसिक हलचल पर।
व्यक्ति में महाभारत
गिरिजेश - कुकुर छोड़ गए, युधिष्ठिर जी कहाँ गए?
ज्ञानदत्त - ...सभी, पाण्डव-कौरव-कृष्ण, व्यक्ति में इण्टर्नलाइज हो गये हैं। महाभारत व्यक्ति के अन्दर हो रहा है!
~ मानसिक हलचल की टिप्पणियों में।
Monday, November 23, 2009
Sunday, November 22, 2009
Monday, November 16, 2009
सीखना
सीखना यही है - आप अचानक एक बात समझ जाते हैं। वह बात जो आप पूरी जिन्दगी दूसरे प्रकार से समझते रहे हैं। बस, समझते हैं अब दूसरे प्रकार से!
~ डोरिस लेसिंग, रीडर्स डाइजेस्ट में उद्धृत।
~ डोरिस लेसिंग, रीडर्स डाइजेस्ट में उद्धृत।
Sunday, November 15, 2009
Wednesday, November 11, 2009
पूजा
प्रश्न - पूजा करने से आपको क्या क्या संतोष मिलता है?
जस्टिस एस.एम. कृष्ण - इसने मुझे बेहतर संयम और साहस दिया है। मैं किसी की भी आंखों में देख सकता हूं और बिना पलक झपकाये।
--- रीडर्स डाइजेस्ट, नवम्बर’२००९।
Sunday, November 8, 2009
तेज और दूर तक
एक अफ्रीकन कहावत है कि अगर तेज चलना चाहते हो तो अकेले चलो। पर अगर दूर तक चलना चाहते हो तो साथ चलो।
हमें दूर तक और जल्दी जाना है।
~ अल गोर, अपनी पुस्तक Our Choice - A Plan to solve the Climate Crisis की प्रस्तावना में।
Tuesday, November 3, 2009
विपत्ति
Monday, November 2, 2009
Thursday, October 29, 2009
सौदा
अगर आप समझते हैं कि सौदा करने के लिये पैसे की जरूरत होती है, तो आपने अपनी वित्तीय अनभिज्ञता तो पहले ही व्यक्त कर दी!
~ रॉबर्ट केयोसाकी।
Wednesday, October 28, 2009
सादा जीवन
शरीर जितना स्थूल होता है उसकी गति भी उतनी ही कम हो जाती है। शरीर हल्का होगा तो न केवल गति बढ़ेगी अपितु ऊर्जा बढ़ेगी। यही जीवन के साथ होता है। जीवन सादा रखना बहुत ही आवश्यक व कठिन कार्य है।
~ प्रवीण पाण्डेय।
~ प्रवीण पाण्डेय।
Monday, October 26, 2009
अपने लिये काम करना
आजकी दुनियां में अपने लिये काम करना एक रिस्क है जिसे न उठाना आप झेल नहीं सकते!
~ नाइटिंगेल कॉनेण्ट की ई-मेल में एक कथन!
Tuesday, October 20, 2009
Sunday, October 18, 2009
जन शक्ति
जहां जन शक्ति प्रगतिशील विचारों के साथ जुड़ी है, वहां आशा है। जहां जन शक्ति बुरे विचारों को जमाने में लगी है, वहां खतरा है। और जहां जन शक्ति ही नहीं है, केवल बुरे विचार हैं, वहां कोई सुखद अन्त नहीं होगा।
~ थॉमस फ्रीडमान, अमरीकी फौजें अफगानिस्तान और पाकिस्तान में स्थायित्व लाने के लिये भेजने के मसले पर।
Saturday, October 17, 2009
Friday, October 16, 2009
मन और स्वास्थ्य
आपका मन आपके स्वास्थ्य पर कहीं ज्यादा प्रभाव डालता है बनिस्पत किसी दवा या किसी शल्य चिकित्सा के - जो आज तक किसी वैज्ञानिक नें ईजाद की हो!
विक कॉनेण्ट (Vic Conant) का ई-मेल।
Wednesday, October 14, 2009
Monday, October 12, 2009
साधना
पॉल ब्रण्टन: क्या आप मानते हैं कि आदमी अपना पुराना काम (जीविकार्थ) करते हुये भी आत्मज्ञान (enlightenment) प्राप्त कर सकता है?
Sunday, October 11, 2009
ओबामा को ईनाम
यह सामान्य मत बनता है (ओबामा को ले कर); कि वे वैश्विक पर्सनालिटी कल्ट के केन्द्र बिन्दु हैं। और इस मौके पर उन्हें पुरस्कार मिलना उसी मत को परिपुष्ट करता है। इससे ओबामा को कोई राजनैतिक लाभ नहीं मिलता नजर आता।
Saturday, October 10, 2009
काम का अधिकार
करोड़ों लोग इस धरती पर अपने जॉब का अधिकार बिना कोई तर्कसंगत कारण ईजाद किये, मात्र इस बात से सही ठहराते हैं कि वह उन्हें उनकी तनख्वाह देता है!
~ सार्जे हलीमी, लॉ मोंद में।
Wednesday, October 7, 2009
प्रचार
कुछ लोग महान पैदा होते हैं, कुछ महान बन जाते हैं। कुछ प्रेस एजेण्ट नियुक्त कर लेते हैं।
~ पॉल ब्रण्टन। सन 1934 में।
Tuesday, October 6, 2009
Monday, October 5, 2009
Saturday, October 3, 2009
सफलता का पीछा
सफलता का पीछा करना पानी को मुठ्ठी में भींचने जैसा है। जितना जोर से आप भींचते हैं, उतना कम पानी आपको मिलता है!
~ डा. डब्ल्यू डायर, ट्विटर पर।
Friday, October 2, 2009
Monday, September 28, 2009
क्षमा
एक कमजोर आदमी कभी क्षमा नहीं कर सकता। क्षमा तो समर्थवान का गुण है।
~ मोहनदास कर्मचन्द गांधी।
क्षमा सोहती उस भुजंग को, जिसके पास गरल हो।
उसको क्या, जो दन्त हीन, विषरहित, विनीत सरल हो।
~ दिनकर।
Friday, September 25, 2009
मानव मस्तिष्क
आपका मस्तिष्क समस्त दुनियां की टेलीफोन प्रणाली से १४०० गुणा जटिल है और समसे शक्तिशाली कम्प्यूटर से ज्यादा क्षमतावान है। ... और तब भी कभी कभी आप अपना पोस्टल कोड नहीं याद रख पाते!
अपने मस्तिष्क को जगायें और अपनी नैसर्गिक क्षमताओं को मुक्त करें!
~ डेविड हजेस।
Wednesday, September 23, 2009
दुष्टता का अभिशाप
दुष्टता का सबसे बड़ा अभिशाप तो यही है कि व्यक्ति दुष्टता करने पर दुष्ट लोगों जैसा होता जाता है!
~ प्लेटो।
Sunday, September 20, 2009
राजनायिक
एक राजनायिक वह है जो एक स्त्री का जन्म दिन हमेशा याद रखता है और उसकी उम्र कभी नहीं!
~ रॉबर्ट फ्रॉस्ट
Friday, September 18, 2009
Friday, September 11, 2009
कार्य
यदि आप अपने द्वारा जो किया जा रहा है, उसमें विश्वास करते हैं, तो उसे करने में किसी बाधा को न आने दें। दुनियां में जो कुछ उत्कृष्ट हुआ है वह अधिकांशत: असंभव लगने वाली स्थितियों में हुआ है।
~ डेल कार्नेगी।
Thursday, September 10, 2009
Tuesday, September 8, 2009
समय
मार समय की बहुत बुरी होती है यारों,
अपने कर्मों से ही खुद को यहां संवारो!
पानी में जो डूब रहा है उसे निहारो,
अपनी जान लगा कर उसकी जान उबारो!
बालू में भी हमको नौका खेना होगा!
समय सवाल करेगा उत्तर देना होगा!
~ रमानाथ अवस्थी की कविता।
अपने कर्मों से ही खुद को यहां संवारो!
पानी में जो डूब रहा है उसे निहारो,
अपनी जान लगा कर उसकी जान उबारो!
बालू में भी हमको नौका खेना होगा!
समय सवाल करेगा उत्तर देना होगा!
~ रमानाथ अवस्थी की कविता।
Monday, September 7, 2009
विश्वास और भय
जनरल, अपने भय से सलाह न लो। अपने विश्वास की सुनो।
~ जनरल स्टोनवॉल जैकसन, युद्ध के समय अपने अधीनस्थ जनरल से।
Sunday, September 6, 2009
कुछ बनना
कुछ पाने के लिये हिम्मत है जरूरी इतना तो देखो।
अच्छा बीज ही बनता बेहतर पौधा इतना देखो
अच्छे कर्मों से ही होता है बड़ा इन्सां इतना तो देखो।
~ पूनम श्रीवास्तव, झरोखा ब्लॉग पर।
Friday, September 4, 2009
Thursday, September 3, 2009
शिखर पर जगह
Wednesday, September 2, 2009
स्मार्ट कौन?
मानव सोचता है कि वह डॉल्फिन से ज्यादा स्मार्ट है क्योंकि उसने कारें बनाई हैं, बड़ी इमारतें बनाता है और भीषण युद्ध कर सकता है। और डाल्फिनें तो पानी में तैरती रहती हैं। मछली खाती हैं और खेलती रहती हैं।
डॉल्फिनें बिल्कुल उन्ही कारणों से अपने को मानव से ज्यादा स्मार्ट समझती हैं!
~ डगलस एडम्स, लेखक, नाटककार और संगीतकार (1952-2001)|
Monday, August 31, 2009
पीड़ा
पीड़ा और पीड़ा की अनुभूति (pain and suffering) तो बुद्धिमान और गहन संवेदना वाले व्यक्ति को होना अवश्यंभावी है। एक वास्तव में महान आदमी को तो इस धरती पर गहन विषाद होगा ही।
~ फ्योदोर दॉस्तोयेवस्की।
Saturday, August 29, 2009
अकेले संघर्ष
जो बीच भंवर इठलाया करते ,
बांधा करते है तट पर नांव नहीं.
संघर्षों के पथ के यायावर ,
सुख का जिनके घर रहा पडाव नहीं.
जो सुमन बीहडों में वन में खिलते हैं
वो माली के मोहताज नहीं होते,
जो दीप उम्र भर जलते हैं
वो दीवाली के मोहताज नहीं होते.
फुरसतिया के ब्लॉग से।
Friday, August 28, 2009
कुशल नेतृत्व
कुशल नेता अपने पीछे चलने वालों से बहुत आगे नहीं निकल जाता।
~ फ्रैंकलिन डी रुजोवेल्ट, अमेरिका के ३२वें राष्ट्रपति।
Thursday, August 27, 2009
Wednesday, August 26, 2009
ईश्वर की देन
"हम जो हैं वह हमें ईश्वर की देन है, हम जो बनते हैं वह परमेश्वर को हमारी देन है।"
- एलानर पॉवेल
Tuesday, August 25, 2009
पायदान
वह आदमी जिसे अपना पायदान खुद बनाना है, बेहतर होगा कि बढ़िया सीमेंण्ट इस्तेमाल करे!
~ अन्ना क्विण्डलेन।
Sunday, August 23, 2009
वैश्विक पूंजीवाद
Friday, August 21, 2009
जानपहचान
जानपहचान, संज्ञा - एक व्यक्ति जिसे हम पर्याप्त जानते हों कि उससे उधार ले सकें, पर इतना अधिक नहीं जानते कि पैसा उधार दे दें!
~ अम्बोस बीयर्स ।
Tuesday, August 18, 2009
जीवन का सबसे बड़ा आश्चर्य
यक्ष – इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है?
युधिष्ठिर – रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं फिर भी सभी को अनंतकाल तक जीते रहने की इच्छा होती है. इससे बड़ा आश्चर्य और क्या हो सकता है?
Monday, August 17, 2009
आदमी उसी का नाम है।
आंसुओं को थाम ले
सब्र से जो काम ले
आफतों से न डरे
मुश्किलों को हल करे
अपने मन की जिसके हाथ में लगाम है
आदमी उसी का नाम है।
Saturday, August 15, 2009
जीवन मूल्य
हमारे जीवन मूल्य हमारे जीवन की विलासिता नहीं, अनिवार्यता हैं। वे हमारी रोटी के अन्दर का नमक नहीं, रोटी ही हैं।
~ जिम्मी कार्टर।
Thursday, August 13, 2009
Tuesday, August 11, 2009
Sunday, August 9, 2009
जीवन और साइकल
जीवन साइकल चलाने जैसा है - अपना संतुलन बनाये रखने के लिये आपको पैडल मारते रहना होता है।
~ अलबर्ट आइंस्टीन।
Saturday, August 8, 2009
स्पष्ट सोच
पूरी जिन्दगी मैं कुछ खास बनना चाहती थी। अब मैं सोचती हूं कि मुझे और स्पष्ट सोचना चाहिये था।
~ जेन वेग्नर।
Thursday, August 6, 2009
प्रसन्नता के तीन घटक
लोग अपने काम में प्रसन्न रहें, उसके लिये ये तीन चीजें चाहियें: वे काम करने के लिये स्वस्थ हों। वे काम करने में अपने को ज्यादा न तानें। और उन्हें काम में सफलता का भाव मिले।
~ जॉन रस्किन।
Wednesday, August 5, 2009
Sunday, August 2, 2009
Saturday, August 1, 2009
Friday, July 31, 2009
आराम
सत्तर बार प्रति मिनट धड़कने वाला हमारा हृदय हर संकुचन के बाद कुछ समय आराम करता है। वह इस प्रकार २४ घण्टे में केवल ९ घण्टे काम करता है।
आप अक्सर आराम करें – थकान के पहले आराम करें।
Wednesday, July 29, 2009
आलोचना की चिन्ता से बचाव
हम अपनी मूर्खताओं का हिसाब रखें। खुद अपनी आलोचना करें। चूंकि हम कभी आदर्श होने की आशा नहीं कर सकते, इस लिये हम अपनी निष्पक्ष, सहायक, रचनात्मक आलोचना का आग्रह करें।
~ आलोचना की चिंता से बचाव का तीसरा नियम; डेल कार्नेगी।
Tuesday, July 28, 2009
निराशावादी
किसी निराशावादी ने कोई नया तारा नहीं खोजा, किसी नये टापू पर कदम नहीं रखा या मानवता के लिये कोई नई राह का दरवाजा नहीं खोला।
~ हेलन केलर।
Monday, July 27, 2009
Saturday, July 25, 2009
क्या काम करें
किसी और को यह परिभाषित न करने दें कि आप कौन हैं (वे आपको रूढ़ अवधारणा में समेट देंगे)। मेरा सुझाव है कि वह काम करें जो आपको प्रिय है और बाकी को भूल जायें।
~ कोण्डालिज़ा राइस।
Thursday, July 23, 2009
आलोचना की चिन्ता से बचाव
हम अपनी मूर्खताओं का हिसाब रखें। खुद अपनी आलोचना करें। चूंकि हम कभी आदर्श होने की आशा नहीं कर सकते, इस लिये हम अपनी निष्पक्ष, सहायक, रचनात्मक आलोचना का आग्रह करें।
~ आलोचना की चिंता से बचाव का तीसरा नियम; डेल कार्नेगी।
Tuesday, July 21, 2009
तैयारी
सफलता का एक महत्वपूर्ण अंग है आत्मविश्वास। और आत्मविश्वास का एक महत्वपूर्ण तत्व है तैयारी।
~ अर्थर ऐश।
~ अर्थर ऐश।
Sunday, July 19, 2009
मुकाबला
पहले वे आप को अनदेखा करते हैं। फिर वे आप पर हंसते हैं। उसके बाद वे आप से लड़ते हैं। तब आप जीत जाते हैं।
~ मोहनदास कर्मचन्द गांधी।
~ मोहनदास कर्मचन्द गांधी।
करना और समझना
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