Tuesday, June 16, 2009

आलोचना



अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश कीजिये। और उसके बाद अपना छाता खोल लें, ताकि आलोचना की बारिश आपके गले से बहती हुई नीचे न आ पाये।
~ डेल कार्नेगी।


1 comments:

अख्रिलेश्‍वर पांडेय said...

उत्‍तम विचार। ग्राह़य भी।