शरीर जितना स्थूल होता है उसकी गति भी उतनी ही कम हो जाती है। शरीर हल्का होगा तो न केवल गति बढ़ेगी अपितु ऊर्जा बढ़ेगी। यही जीवन के साथ होता है। जीवन सादा रखना बहुत ही आवश्यक व कठिन कार्य है। ~ प्रवीण पाण्डेय।
जहां जन शक्ति प्रगतिशील विचारों के साथ जुड़ी है, वहां आशा है। जहां जन शक्ति बुरे विचारों को जमाने में लगी है, वहां खतरा है। और जहां जन शक्ति ही नहीं है, केवल बुरे विचार हैं, वहां कोई सुखद अन्त नहीं होगा।
~ थॉमस फ्रीडमान, अमरीकी फौजें अफगानिस्तान और पाकिस्तान में स्थायित्व लाने के लिये भेजने के मसले पर।
आपका मन आपके स्वास्थ्य पर कहीं ज्यादा प्रभाव डालता है बनिस्पत किसी दवा या किसी शल्य चिकित्सा के - जो आज तक किसी वैज्ञानिक नें ईजाद की हो! विक कॉनेण्ट (Vic Conant) का ई-मेल।
पॉल ब्रण्टन: क्या आप मानते हैं कि आदमी अपना पुराना काम (जीविकार्थ) करते हुये भी आत्मज्ञान (enlightenment) प्राप्त कर सकता है?
महर्षि रमण: क्यों नहीं? पर तब यह नहीं होगा कि पुराना व्यक्तित्व काम कर रहा है। तब धीरे धीरे उसका रूपान्तरण होगा और अन्तत: काम करते हुये भी उसकी चेतना उसके पुराने व्यक्तित्व की बजाय उसमें स्थित होगी।
यह सामान्य मत बनता है (ओबामा को ले कर); कि वे वैश्विक पर्सनालिटी कल्ट के केन्द्र बिन्दु हैं। और इस मौके पर उन्हें पुरस्कार मिलना उसी मत को परिपुष्ट करता है। इससे ओबामा को कोई राजनैतिक लाभ नहीं मिलता नजर आता।
करोड़ों लोग इस धरती पर अपने जॉब का अधिकार बिना कोई तर्कसंगत कारण ईजाद किये, मात्र इस बात से सही ठहराते हैं कि वह उन्हें उनकी तनख्वाह देता है!
~ सार्जे हलीमी, लॉ मोंद में।