Monday, September 28, 2009

क्षमा



एक कमजोर आदमी कभी क्षमा नहीं कर सकता। क्षमा तो समर्थवान का गुण है।
~ मोहनदास कर्मचन्द गांधी।

क्षमा सोहती उस भुजंग को, जिसके पास गरल हो।
उसको क्या, जो दन्त हीन, विषरहित, विनीत सरल हो।
~ दिनकर।


Friday, September 25, 2009

मानव मस्तिष्क



आपका मस्तिष्क समस्त दुनियां की टेलीफोन प्रणाली से १४०० गुणा जटिल है और समसे शक्तिशाली कम्प्यूटर से ज्यादा क्षमतावान है। ... और तब भी कभी कभी आप अपना पोस्टल कोड नहीं याद रख पाते!
अपने मस्तिष्क को जगायें और अपनी नैसर्गिक क्षमताओं को मुक्त करें!
~ डेविड हजेस।


Wednesday, September 23, 2009

दुष्टता का अभिशाप



दुष्टता का सबसे बड़ा अभिशाप तो यही है कि व्यक्ति दुष्टता करने पर दुष्ट लोगों जैसा होता जाता है!
~ प्लेटो।


Sunday, September 20, 2009

राजनायिक



एक राजनायिक वह है जो एक स्त्री का जन्म दिन हमेशा याद रखता है और उसकी उम्र कभी नहीं!
~ रॉबर्ट फ्रॉस्ट


Friday, September 18, 2009

नवाचार



नवाचार (Innovation) नायक और अनुगामी में अन्तर तय करता है।
~ स्टीव जॉब्स।


Friday, September 11, 2009

कार्य



यदि आप अपने द्वारा जो किया जा रहा है, उसमें विश्वास करते हैं, तो उसे करने में किसी बाधा को न आने दें। दुनियां में जो कुछ उत्कृष्ट हुआ है वह अधिकांशत: असंभव लगने वाली स्थितियों में हुआ है।

~ डेल कार्नेगी


Thursday, September 10, 2009

बदलाव



कुछ नहीं बदलता, अगर आप नहीं बदलते!

~ लजा़रिस।



Tuesday, September 8, 2009

समय


मार समय की बहुत बुरी होती है यारों,
अपने कर्मों से ही खुद को यहां संवारो!
पानी में जो डूब रहा है उसे निहारो,
अपनी जान लगा कर उसकी जान उबारो!
बालू में भी हमको नौका खेना होगा!
समय सवाल करेगा उत्तर देना होगा!

~ रमानाथ अवस्थी की कविता।

Monday, September 7, 2009

विश्वास और भय



जनरल, अपने भय से सलाह न लो। अपने विश्वास की सुनो।
~ जनरल स्टोनवॉल जैकसन, युद्ध के समय अपने अधीनस्थ जनरल से।


Sunday, September 6, 2009

कुछ बनना


flower trans 
एक चींटी भी कोशिश से चढ़ती है पहाड़ इतना देखो
कुछ पाने के लिये हिम्मत है जरूरी इतना तो देखो।

अच्छा बीज ही बनता बेहतर पौधा इतना देखो
अच्छे कर्मों से ही होता है बड़ा इन्सां इतना तो देखो।
~ पूनम श्रीवास्तव, झरोखा ब्लॉग पर।


Friday, September 4, 2009

अज्ञानता



अज्ञानता सभी बुराइयों की जड़ और तना है!
~ प्लैटो।


Thursday, September 3, 2009

शिखर पर जगह


flower trans
शिखर पर हमेशा जगह होती है। लेकिन वहां तक जाने के लिये कोई लिफ्ट नहीं है। संघर्ष करना पड़ता है। सीढ़ियां पैदल चढ़नी पड़ती हैं।
~  मुहम्मद अली जिन्ना।



Wednesday, September 2, 2009

स्मार्ट कौन?



मानव सोचता है कि वह डॉल्फिन से ज्यादा स्मार्ट है क्योंकि उसने कारें बनाई हैं, बड़ी इमारतें बनाता है और भीषण युद्ध कर सकता है। और डाल्फिनें तो पानी में तैरती रहती हैं। मछली खाती हैं और खेलती रहती हैं।
डॉल्फिनें बिल्कुल उन्ही कारणों से अपने को मानव से ज्यादा स्मार्ट समझती हैं!
~ डगलस एडम्स, लेखक, नाटककार और संगीतकार (1952-2001)|