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राजन, जिसने किसी समर्थ और ताकतवर से दुश्मनी मोल ले ली है, जिसके पास संसाधन नहीं हैं, जिसका धन चोरी चला गया है, जो वासना में लिप्त है या जो चोर है; वह अनिद्रा से ग्रस्त होगा।--- महाभारत, उद्योग पर्व, ३३.१३।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

जो बीच भंवर में इठलाया करते हैं वो बांधा करते तट पर नाव नहीं,
संघर्षों के पथ के राही सुख का जिनके घर रहा पड़ाव नहीं,
जो सुमन बीहड़ों में ,वन में, खिलते हैं वो माली के मोहताज नहीं होते
जो दीप उम्र भर जलते हैं वो दीवाली के मोहताज नहीं होते॥
---- चिठ्ठाचर्चा मेँ अनूप शुक्ल द्वारा उधृत। ज्ञानदत्त पाण्डेय

इस विश्व में तीन चीजें तय हैं - मृत्यु, टेक्स और अगर आपका ब्लॉग सफल हो गया तो लोगों की ईर्ष्या! --- ब्लॉगजगत से उठाया एक विचार।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

मेरे पास जूते नहीं थे, और मुझे उसकी बड़ी शिकायत थी। फिर मैने ऐसे आदमी को देखा, जिसके पैर नहीं थे। और मेरी शिकायत जाती रही। --- जी. विश्वनाथ, उद्धरण एक टिप्पणी में।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

कभी कभी मुफ्त सलाह की अहमियत उतनी ही होती है, जितना उसका दाम - आर्थात कुछ नहीं!--- अंग्रेजी का एक उद्धरण, श्री गोपालकृष्ण विश्वनाथ की टिप्पणी से।ज्ञानदत्त पाण्डेय
यह आपका तरीका है कि आप कैसा महसूस करतें हैं - आप मसीह की तरह महसूस करें तो आप मसीह जैसा बनेंगें; आप बुद्ध की तरह महसूस करें तो आप बुद्ध जैसा बनेंगें|
--- स्वामी विवेकानन्द, श्री विवेक गुप्त के ब्लॉग पर अनुवाद।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

आजादी बहुत बड़ा और विलक्षण औजार है। पर इसका प्रयोग करने के पहले हमें तथ्यों का सत्यापन अवश्य कर लेना चाहिये।--- एक ई-मेल में व्यक्त विचार।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

मुझे नहीं मालूम कि स्टॉक मार्केट कल या छ महीने में कहां जाने वाला है। पर मुझे यह मालूम है कि अमरीकी अर्थव्यवस्था, पर्याप्त समय में अच्छा करेगी और जिसके पास भी उसका अंश है, वह खुशहाल रहेगा।--- वारेन बफेट, पिछले सप्ताह सी.एन.बी.सी. पर।ज्ञानदत्त पाण्डेय
जो जनक को देख सकता है, उसे ही जनक का ज्ञान मिल सकता है, और एक बार जनक मिल गए तो फ़िर अष्टावक्र तो मिल ही जायेंगे !
--- ताऊ रामपुरिया का कमेण्ट।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

मैं इतना काम करता हूं; अगर मुझे आराम न मिले तो मैं पागल हो जाऊं।श्री लालू यादव; रिडिफ पर।ज्ञानदत्त पाण्डेय

हम सतत हिंसा के क्षेत्र में नई खोजों से चमत्कृत हो रहे हैं। पर मैं यह पक्का मानता हूं कि भविष्य में कल्पनातीत और असंभव लगने वाली खोजें अहिंसा के क्षेत्र में होंगी।
--- मोहनदास गांधी, "हरिजन" में।ज्ञानदत्त पाण्डेय

वास्तव में, महत्वपूर्ण बातें कॉकटेल पार्टियों में कही जाती हैं। उनपर कभी अमल नहीं होता।--- पीटर एफ ड्रकर
ज्ञानदत्त पाण्डेय

कुशल कार्य पर चुपचाप मनन करें। इस चुपचाप मनन से और भी कुशल कार्य जन्म लेगा।--- पीटर एफ ड्रकर
ज्ञानदत्त पाण्डेय

किसी भी संस्था में स्वत: होने वाले काम से अव्यवस्था, घर्षण और त्रुटियां ही जन्म लेती हैं। --- पीटर एफ ड्रकर
ज्ञानदत्त पाण्डेय

जब हम अपनी आवश्यकतायें सीमित करते हैं, तब हम प्रकृति पर से बोझ कम करते हैं और जरूरतमन्दों की सहायता भी करते हैं।--- रीडर्स डाइजेस्ट में गांधीजी के जन्मदिन पर।
ज्ञानदत्त पाण्डेय

आपको बस उस काम के लिये "न" कहना सीखना चाहिये जिसकी उत्पादकता शून्य है।--- पीटर एफ ड्रकर
ज्ञानदत्त पाण्डेय